एशियन क्रिकेट काउंसिल जल्दी बड़ा फैसला ले सकती है और एशिया कप मेजबानी को लेकर मेजबान देश की घोषणा की जा सकती हैं। फिलहाल श्रीलंका की बजाय इस टूर्नामेंट को यूएई में आयोजित कराने पर विचार किया जा रहा है।
श्रीलंका में राजनीतिक घटनाक्रम के चलते उठापटक चल रहा है। यहां बदलाव के संकेत साफ साफ नजर आ रहे हैं। ऐसे में एशिया कप 2022 की मेजबानी को लेकर काफी हद तक यह स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है कि इसे श्रीलंका से बाहर आयोजित करवाया जाए।
ऐसे में मजबूत संकेत हैं कि 6 टीम वाले महाद्वीपीय टूर्नामेंट यानी एशिया कप को श्रीलंका से बाहर ले जाया जा सकता है। श्रीलंका के पास एशिया कप के इस सीजन की मेजबानी है, लेकिन इसे संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई में आयोजित किया जा सकता है।
एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के विभिन्न सदस्य बोर्डों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 16 दिवसीय आयोजन को लेकर बदलाव के प्रयास शुरू कर दिए हैं। Cricbuzz के अनुसार तो UAE में ACC और अमीरात क्रिकेट बोर्ड (ICB) के बीच बातचीत हुई थी। SLC को लूप में रखा जा रहा है और एशिया कप उसी तारीखों पर आयोजित होने की उम्मीद है, जैसा कि पहले घोषित किया गया था, 26 अगस्त से 11 सितंबर तक।
श्रीलंका क्रिकेट के साथ वर्तमान हालात पिछले हफ्ते की तुलना में काफी अलग है जब सरकार के द्वार में श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इस आयोजन की मेजबानी के लिए अपनी सहमति व्यक्त कर दी थी लेकिन पिछले एक हफ्ते में हालात बहुत कुछ बदल गए हैं। देश के राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गए हैं और एक नया राष्ट्रपति स्थापित नियुक्त किया गया है। देश में लगातार उपद्रव और प्रदर्शन हो रहे हैं। लोगों में आक्रोश का माहौल है। राजनीतिक प्रतिष्ठान के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों से देश में उबाल आ गया है।
शनिवार को ACC के एक सदस्य ने cricbuzz को बताया,
“ऐसे सिनेरियो में यह महसूस किया जा रहा है कि चैंपियनशिप (एशिया कप) की मेजबानी करना उचित नहीं है।”
SLC के एक अधिकारी ने यह स्वीकार किया है कि बदलाव की प्रबल संभावना है। संयोग से, SLC ने पूरी सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया की सफलतापूर्वक मेजबानी की है और वर्तमान में पाकिस्तान टीम की मेजबानी कर रहा है।
हालांकि, शनिवार सुबह पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) का एक बयान एक अलग सिनेरियो पेश करता दिखाई देता है। बोर्ड ने कहा,
“हमारी पहली प्राथमिकता श्रीलंका का समर्थन करना और वहां एशिया कप खेलना है। अगर यह टूर्नामेंट श्रीलंका में नहीं होता है, तो यह उनके लिए एक बहुत बड़ा क्रिकेट और वित्तीय नुकसान होगा। ऑस्ट्रेलिया का हालिया श्रीलंका दौरा बिना किसी समस्या के आयोजित हुआ था और पाकिस्तान की टीम भी इस समय श्रीलंका के दौरे पर है।”