BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली के राजनीतिक गलियारे में दस्तक के संकेत, अध्यक्ष पद से इस्तीफा
सौरव गांगुली के राजनीति में शामिल होने की चर्चा में एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। पहले भी ऐसी कई घटनाएं हमारे सामने आ चुकी है और जिनमें हमें सुनने को मिला है कि वह राजनीति में शामिल होने जा रहे हैं। कुछ दिनों पहले ही उनके घर अमित शाह का रात्रि के भोजन पर शामिल होना और कार्यक्रम के समापन के बाद सीएम ममता बनर्जी द्वारा सौरव गांगुली की प्रशंसा करना कहीं ना कहीं यह सब राजनीति के संकेत दे रहे हैं।
बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने इस्तीफा देने की जानकारी अपने ट्वीट के माध्यम से साझा की। बंगाल टाइगर के नाम से प्रसिद्ध सौरव गांगुली ने 2003 के वर्ल्ड कप के दौरान भारत को जीत दिलाई थी। सौरव गांगुली के इस फैसले से लोगों को वाकई बहुत हैरानी हो रही है। कुछ जानकार सूत्रों से यह पता चल रहा है कि वह उनके यह राजनीति में जाने के संकेत हैं।
गांगुली ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत 1992 में की थी, 2022 में इसके 30 साल पूरे हो गए हैं। तब से लेकर अब तक होने क्रिकेट में काफी कुछ प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि
“मुझे हर तरह से आप का समर्थन मिला है मैं अपने प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगा।
इस मुकाम तक पहुंचने में मेरी सहायता की और मेरा हर पल सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रहा हूं। आज के मेरे इस फैसले से काफी लोगों को सहयोग मिलेगा कुछ करने जा रहा हूं उसका लोगों काफी भला होगा और मुझे उम्मीद है कि आप लोग मेरे जीवन के इस में अध्याय में मेरा साथ देंगे। पहले की तरह ही अपना लगांव मुझसे बनाए रखेंगे।”
सौरव गांगुली को लेकर पहले भी कई बार ऐसी बातें सामने आती रही है कि वह राजनीति में शामिल हो रहे हैं। पश्चिमी बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान ऐसे खूब चर्चे सामने आए हैं। पिछले महीने गृह मंत्री अमित शाह का गांगुली के घर डिनर करना। कई लोगों के अनुसार इसे राजनीति किसी एक शुरुआत माना जा रहा है। उस समय TMC के नेताओं की भी एक टिप्पणी सामने आई थी।