टीम इंडिया और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच खेले जा रहे पांचवें टेस्ट मुकाबले में शुरुआती तीन दिनों तक भारतीय टीम का दबदबा था, लेकिन चौथे दिन कहानी बदली और मुकाबला इंग्लिश टीम की मुट्ठी में चले गया।
वहीं, मैच में इंग्लैंड टीम की वापसी होने के बाद से जो एक शब्द हमारे कानो पर रहा है वो है ‘बैजबॉल’। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि आखिर ये बैजबॉल किस भला का नाम है और इसका प्रयोग इतना क्यों हो रहा? तो आइए हम बताते है इसके बारे में…..
इंग्लैंड (England) और भारत (India) के बीच चल रहे पांचवें टेस्ट मैच में Bazball क्रिकेट की काफी चर्चा हो रही है। इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ इंग्लैंड की टेस्ट सीरीज के दौरान भी कुछ ऐसा ही देखा गया था। हालांकि इस शब्द को सुना सभी ने है लेकिन कई लोग नहीं जानते कि यह क्या है और क्यों इसका उपयोग किया जा रहा है।
Bazball एक ऐसा शब्द है जो न्यूजीलैंड के पूर्व खिलाड़ी और इंग्लैंड के वर्तमान कोच ब्रेंडन मैकलम ने गढ़ा है। इसे विपक्षी टीम के ऊपर आक्रमण करते हुए क्रिकेट खेलने के लिए उपयोग में लिया जाता है। जब कोई खिलाड़ी सिर्फ आक्रमण करते हुए रन बनाने के लिए जाता है, तो इसे Bazball क्रिकेट नाम दिया गया है।
बैजबॉल (BazBall) इंग्लैंड द्वारा बनाया गया एक शब्द है जो उनके कोच ब्रेंडन मैकुलम से प्रेरित है। बैजबॉल शब्द क्रिकेट के आक्रामक और मनोरंजक ब्रांड को दर्शाता है। साफ शब्दों में कहें तो बैजबॉल का अर्थ है कि इंग्लैंड की टीम को अब अपने नए कोच ब्रेंडन मैकुलम के अंदाज में टेस्ट मैच खेलना है।
बता दें कि मैकुलम अपने समय में बैज के नाम से जाने जाते थे। ये शब्द तब से चर्चाओ में आया था, जब हालिया में इंग्लैंड ने कीवी टीम को 3-0 से हराया था। दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में इंग्लैंड टीम के कप्तान बेन स्टोक्स और जॉनी बेयरस्टो ने 16 ओवर में 150 से ज्यादा रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए कीवी टीम को हरा दिया। और यही क्रिकेट बैजबॉल क्रिकेट है।
टेस्ट मैच में भी T20 जैसा खेलने का अंदाज
इंग्लैंड टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम अपने समय में हर हालत में आक्रमक बल्लेबाजी किया करते थे। उनकी रणनीति आक्रमक बल्लेबाजी करते हुए गेंदबाजों को दबाव में लाने की हुआ करती थी और जबसे वे इंग्लैंड टीम के कोच बने हैं तभी से इंग्लिश टीम टेस्ट मैच को ओडीआई और टी20 की तरह खेल रही है। यही वजह है कि पांचवें टेस्ट मैच की पहली पारी में पिछड़ रही इंग्लैंड (IND vs ENG) की टीम दूसरी पारी में जीत की कगार पर है।
देखा जाए तो इंग्लैंड ने 15 दिन के अंदर दूसरी बार अपने आक्रामक खेल से हैरान किया है। इंग्लिश टीम परंपरागत क्रिकेट में विश्वास रखती थी और बड़ा लक्ष्य मिलने के बाद काफी डिफेंसिव हो जाती थी। पूरा फोकस ड्रॉ पर होता था, लेकिन जब से ब्रैंडन मैकुलम टीम के कोच बने हैं उसके खेलने का तरीका ही बदल गया है। बेन स्टोक्स की कप्तानी में टीम टेस्ट को भी वनडे और T20 की तरह खेल रही है।
यह तो मैकुलम प्रोसेस है…
यूं ही नहीं कहते हैं कि किसी भी काम के होने से कहीं अधिक प्रोसेस अहम होता है। यहां भी कुछ ऐसा ही है। इससे पहले कि हम बात करें इंग्लैंड टीम और उसके कोच की, उससे पहले भारत के 2014 में न्यूजीलैंड दौरे पर बात करते हैं। यह जरूरी भी है। दरअसल, भारतीय टीम ने 2014 के फरवरी में दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए न्यूजीलैंड की यात्रा की थी। न्यूजीलैंड ने पहला मैच 40 रनों के अंतर से जीता। 30 रन पर 3 विकेट खोकर न्यूजीलैंड मुश्किल में था, लेकिन मैकुलम ने कुछ ही घंटों की बैटिंग से पूरा पासा ही पलट दिया।