Amitabh Choudhary: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCI के पूर्व सचिव अमिताभ चौधरी का दिल का दौरा पड़ने की वजह से 52 वर्ष की आयु में 16 अगस्त की सुबह निधन हो गया। इस खबर से क्रिकेट जगत में शोक की लहर छा गई। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक अमिताभ का निधन हार्ट अटैक की वजह से हुआ। उन्हें रांची के ही सेंटेविटा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
अमिताभ चौधरी BCCI को लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके। अमिताभ IIT खड़गपुर से उत्तीर्ण थे। उन्होंने 1985 में UPSC भी दूसरी रैंक के साथ क्लियर किया था। अमिताभ पूर्व IPS अफसर भी रह चुके हैं। भारतीय क्रिकेट को विश्व स्तर पर एक अलग पहचान दिलाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
BCCI से लेकर राजनीति तक का सफर :
2002 में वह बीसीसीआई के सदस्य बने। 2005 में झारखंड के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री सुदेश कुमार महतो को हरा कर वह झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन (JSCA) के अध्यक्ष बने। इसके बाद 2005 से लेकर 2009 तक वह क्रिकेट टीम इंडिया के मैनेजर भी रहे। 2013 में उन्होंने IPS की नौकरी से VRS ले ली।
2014 में अमिताभ ने राजनीति में कदम रखा। भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर अमिताभ ने बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम से रांची लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि, वह चुनाव नहीं जीत सके। अमिताभ ने IPS निर्माल से शादी की थी। यह एक लव मैरिज थी। जो ज्यादा समय तक नहीं टिक पाई। बहरहाल, कुछ समय के बाद दोनों अलग-अलग हो गए थे।
16 साल रहे झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष
आपको बता दें कि अमिताभ चौधरी (Amitabh Choudhary) 16 साल तक झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे थे। उन्होंने साल 2000 में यह पद हासिल किया था। ग़ौरतलब है कि 2016 में लोधा कमिशन के रिपोर्ट के बाद उन्हें जेसीए के अध्यक्ष के पद से हटना पड़ा। हालांकि लोधा कमेटी की रिपोर्ट के बाद चौधरी ने 3 साल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के लिए सचिव के रूप में काम किया है।
इतना ही नहीं बल्कि साल 2003 में अमिताभ को झारखंड का खेल निदेशक (स्पोर्ट्स डाइरेक्टर) भी नियुक्त किया गया। 2005-06 के दौरान टीम इंडिया जब ज़िम्बाब्वे दौरे पर गई थी तो, उस दौरान कोच ग्रेग चैपल और टीम के बीच में झगड़ा हुआ था। उस ज़िम्बाब्वे टूर पर अमिताभ चौधरी टीम इंडिया के मैनेजर के रूप में गए थे।