Eng vs Ind 3rd ODI: भारतीय टीम की गेंदबाजी का प्रदर्शन बहुत ही शानदार रहा है। उसका अभी तक 5 सफेद गेंद के मैचों में से 4 में उम्मीद के अनुरूप ही प्रदर्शन देखने को मिला है। बुमराह और मोहम्मद शमी की शानदार विकेट चटकाने वाली गेंदबाजी देखने को मिली।
भारतीय टीम को पिछले मुकाबले में करारी शिकस्त मिली है। भारतीय टीम को इस मुकाबले में जीत के लिए रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के निर्णायक तीसरे मैच में अपनी बल्लेबाजी की रणनीति में बदलाव करने की जरूरत है। पिछले मुकाबले में भारतीय टीम सतर्क होकर खेल रही थी भारतीय टीम को बल्लेबाजी में निडरता की जरूरत थी। खिलाड़ियों को निडर होकर आक्रामक रूप में खेलने की सख्त जरूरत है। ओल्ड ट्रैफर्ड स्टेडियम में सुबह होने वाले इस मैच में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि यहां गेंद काफी ‘मूव’ करती है। भारत को यहां 2019 में विश्व कप सेमीफाइनल में मिली हार भी ध्यान में रहेगी।
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने T20 सीरीज के दौरान आक्रामक बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। जिससे काफी हद तक सफलता भी मिली लेकिन जिस तरीके से दूसरे वनडे में टीम ने 247 रन के कम स्कोर के लक्ष्य का पीछा किया, उसे देखकर लगता है कि काफी कुछ किया जा सकता है। रोहित शर्मा और शिखर धवन इंग्लैंड के डेविड विली की शानदार स्विंग के आगे कुछ रक्षात्मक नजर आये। विराट कोहली भी कोई खास प्रदर्शन नहीं दिखा रहे हैं। ऐसे में भारतीय टीम के 2 सलामी सीनियर बल्लेबाज अगर शुरू में दो मेडन ओवर निकाल रहे हैं तो यह बेहद ही निराशाजनक है। इसलिए भारतीय टीम को बल्लेबाजी में निश्चित रूप से बदलाव की जरूरत है। लक्ष्य का पीछा करने के लिए मानसिकता में बदलाव करना होगा। ओवल में पहले मैच में जसप्रीत बुमराह ने छह विकेट लेकर अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई थी।
भारतीय टीम प्रबंधन इस मैच से यह भी देखना चाहेगा कि 37 वर्षीय धवन अगले साल भारत में होने वाले वनडे विश्र्व कप में उनकी पसंद होंगे या नहीं। बायें हाथ के बल्लेबाज धवन काफी रन जुटाते हैं। अगर वह अपना स्वाभाविक खेल खेलते हैं तो किसी भी गेंदबाजी के छक्के छुड़ा सकते हैं। इस समय द्विपक्षीय वनडे काफी तेजी से कम हो रहे हैं (ज्यादातर टीमें तीन मैच की सीरीज खेलती हैं) और धवन केवल एक ही प्रारूप में खेल रहे हैं जिससे उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लेने पर मजबूर होना पड़ता है। इससे उनकी लय प्रभावित हो रही है।
जडेजा की गेंदबाजी चिंता का विषय:
रवींद्र जडेजा की बायें हाथ की स्पिन गेंदबाजी है जो लगातार नीचे की ओर आ रही है। जडेजा बल्लेबाजी आलराउंडर के रूप में बदलते जा रहे हैं और समय ही बताएगा कि यह चीज उपमहाद्वीप में काम करेगी या नहीं जहां कम से कम दो स्पिनरों को 20 ओवर गेंदबाजी करनी होगी।