एजबेस्टन टेस्ट मैच के तीसरे दिन विराट कोहली और इंग्लैंड के बल्लेबाज जॉनी बेयरेस्टो के बीच शब्दों का आदान-प्रदान हुआ था। इस तनातनी के बाद जॉनी बेयरस्टो का आक्रामक रूप देखने को मिला, उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। इस पर अब अपनी चुप्पी तोड़ते हुए बेयरेस्टो ने बयान दिया है और बताया कि दोनों के बीच क्या हुआ।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां टेस्ट एजबेस्टन में खेला जा रहा है और इसी टेस्ट के तीसरे दिन कई दिलचस्प अंश देखे गए। क्रिकेट के मैदान में हो या दूसरे खेल के मैदान अक्सर खिलाड़ियों के बीच कुछ मतभेद देखने को मिल ही जाते हैं। ऐसा ही कुछ विराट कोहली और जॉनी बेयरस्टो के बीच देखने को मिला। दिन के खेल मुख्य आकर्षण विराट कोहली और जॉनी बेयरेस्टो के बीच हुई जुबानी जंग थी। इसी पर इंग्लिश बल्लेबाज ने खुलकर बात की और कहा कि दोनों खिलाड़ियों के बीच कोई मतभेद नहीं हैं और यह सिर्फ अपने-अपने देशों के लिए अच्छा प्रदर्शन करने का जुनून था।
भारतीय गेंदबाज तीसरे दिन के सुबह के सत्र में शानदार प्रदर्शन कर रहे थे और बेयरेस्टो रन बनाने के लिए परेशान थे। वो रन बनाने के लिए लगातार संघर्षरत नजर आए। लेकिन मोहम्मद शमी विशेषता उनके रन बनाने में बाधा बने हुए थे। हालांकि, कई बार बीट होने के बावजूद वे आउट नहीं हुए। इस बीच स्लिप में तैनात विराट कोहली लगातार इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर जुबानी हमला कर रहे थे, लेकिन जैसे ही जॉनी बेयरेस्टो ने कुछ बोला तो विराट को ये पसंद नहीं आया और उन्होंने बेयरेस्टो को अपना मुंह बंद करने और अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान देने का इशारा किया।
2 ऑनफील्ड अंपायर अलीम डार और रिचर्ड कैटलबोरो को खिलाड़ियों के बीच मामला शांत कराने के लिए बीच में हस्तक्षेप करना पड़ा। इसके बाद विराट, बेन स्टोक्स और जॉनी बेयरेस्टो के बीच का मामला शांत हुआ। कोहली के साथ हुई छींटाकशी पर जॉनी बेयरेस्टो ने कहा कि हमारे बीच कोई दुश्मनी नहीं है और हम डिनर के लिए जाएंगे। इसके बाद बेयरेस्टो ने अपना आक्रामक रुख दिखाते हुए शतकीय पारी खेली। इस प्रकार उन्होंने टीम को एक मजबूत स्थिति तक पहुंचाने की कोशिश की।
तीसरे दिन के मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जॉनी बेयरेस्टो ने कहा,
“जैसा कि मैंने पहले उल्लेख किया था, हम दोनों के बीच कुछ भी नहीं था। हम दस साल तक एक-दूसरे के खिलाफ खेलने के लिए भाग्यशाली रहे हैं। इसलिए, मुझे पूरा यकीन है कि हम साथ में डिनर कर पाएंगे। इसकी चिंता मत करो। हम टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और एकदूसरे के प्रतिस्पर्धी हैं। इससे हमें अपना बेस्ट देने में आसानी होती है। ये खेल का हिस्सा है और आप कैसे भी अपनी टीम को अच्छी स्थिति में पहुंचाने का काम करते हैं।”