इंग्लैंड के ऑलराउंडर खिलाड़ी मोइन अली ने वनडे क्रिकेट के भविष्य को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनके अनुसार आने वाले समय में हमें क्रिकेट के सभी प्रारूप शायद देखने को ना मिले।
इंग्लैंड के ऑलराउंडर मोईन अली बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खिलाड़ी बने हैं जिन्होंने व्यस्त क्रिकेट कार्यक्रम के चलते वनडे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के भविष्य को देखते हुए बेहतरीन खिलाड़ियों के इससे अपना मुंह मोड़ लेने की चिंता को व्यक्त किया है। पिछले कुछ दिनों से मोईन अली के अलावा कई खिलाड़ी इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं।
जिनमें जॉस बटलर, जो रूट और बेन स्टोक्स, इस विषय पर बात कर चुके हैं। अपने कार्यक्रम के चलते इंग्लैंड ने भारत और साउथ अफ़्रीका के खिलाफ क्रमशः 25 दिनों में 12 लिमिटेड ओवरों के मैच खेले थे।
‘द हंड्रेड’ प्रतियोगिता में अपनी टीम बर्मिंघम फ़ीनिक्स के पहले मुक़ाबले से पहले एक प्रायोजक के कार्यक्रम के दौरान मोईन ने कहा,
“कार्यक्रम अभी बहुत विस्तृत है। आप चाहते हैं कि आप फ़्रैंचाइज़ी क्रिकेट के लिए ख़ुद को उपलब्ध रखें लेकिन इसका मतलब होगा टेस्ट या वनडे मैच मिस करना आप चाहते हैं आप इंग्लैंड के लिए सारे ही मुक़ाबले खेल सकें मेरे हिसाब से यह धारणीय नहीं है।”
उन्होंने कहा,
“मुझे डर है दो साल बाद हम वनडे क्रिकेट को खो देंगे क्योंकि यह एक लंबा बोरिंग प्रारूप है। टी20 अपनी जगह सुरक्षित है और फिर आपके पास टेस्ट क्रिकेट भी है जो बढ़िया है। इन दोनों के बीच 50-ओवर क्रिकेट को महत्त्व नहीं मिलता। मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है बहुत ज़्यादा क्रिकेट खेला जा रहा है। एक हिसाब से यह खेल के लिए अच्छा भी है लेकिन इसके वजह से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर रुकावट नहीं होनी चाहिए।”
क्रिकेट के व्यस्त कार्यक्रमों के चलते हुए बेन स्टोक्स ने हाल ही में अपने टेस्ट कप्तानी और टी-20 क्रिकेट में खेलते रहने के लिए वनडे क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। मोईन अली का कहना है कि ऐसा कदम और भी कई खिलाड़ी अपने स्वास्थ्य और व्यस्त कार्यक्रमों को देखते हुए इस प्रकार का फैसला ले सकते हैं। मोईन अली ने खुद भी 2021 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी लेकिन इस जून कहा था कि वह फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने की इच्छा रखते हैं।
मोईन ने कहा, “तीनों प्रारूप में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेल पाना सबसे अच्छा विकल्प है। लेकिन क्रिकेट के इतने व्यस्त कार्यक्रम आजकल चल रहे हैं कि दिन-प्रतिदिन मैच हो रहे हैं। इस प्रकार के खिलाड़ी के लिए असमंजस की स्थिति है कि वह किस प्रारूप में खेले और किसको छोड़े। मोईन ख़ुद फ़िलहाल किसी प्रारूप में इंग्लैंड के लिए मैच मिस नहीं करना चाहते। 35 वर्षीय मोईन को पाकिस्तान में होने वाले टेस्ट सीरीज के लिए टीम में शामिल किया जाना संभावित है। मोईन अली ने द्वारा क्रिकेट में नए शामिल हो रहे युवाओं के लिए क्रिकेट प्रारूपों के चयन में हो रही कठिनाई पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मोईन अली के अनुसार अगर आप एक युवा खिलाड़ी है तो, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क्रिकेट के बहुत सारे विकल्प होने की वजह से आप काफी पैसे कमा सकते हैं और यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण भी है क्योंकि आप क्रिकेट के श्रेष्ठतम प्रारूप के लिए अपनी भूख को खत्म कर देते हैं। मोईन अली के अनुसार टेस्ट प्रारूप छोड़ने के बाद भी आपके पास क्रिकेट के बहुत अधिक विकल्प मौजूद है। ऐसे में बेहतरीन खिलाड़ी बहुत जल्द टेस्ट क्रिकेट से अपना मुंह मोड़ लेंगे। आज के क्रिकेटरों के लिए टेस्ट ना खेल पाना कोई बड़ी बात नहीं जबकि 10-15 साल पहले तक यही वह कसौटी थी जिस पर आप सफल होना चाहते थे।”