इंडियन प्रीमियर 2022 के समापन के बाद ही टीम इंडिया को T20 वर्ल्ड कप और एशिया कप में भागीदारी करनी है। शिखर धवन भी इन दोनों टूर्नामेंटों में भाग लेना चाहते हैं। हर खिलाड़ी की इच्छा होती है कि वह बेहतरीन टूर्नामेंट खेल पाए।
पिछले साल T20 वर्ल्ड कप में बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर दिया था। लेकिन इस साल खुद सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने, यह बताया कि वह अगले दो-तीन साल क्रिकेट खेलने वाले हैं।
शिखर धवन ने आगामीT20 वर्ल्ड कप पर एक बड़ा खुलासा किया। साथ ही उन्होंने पिछले वर्ल्ड कप के बारे में भी बोला। उन्होंने बताया कि कैसे चयनकर्ताओं ने युजवेंद्र चहल और उन्हें नजरअंदाज कर दिया था।
शिखर धवन ने आगे बताते हुए कहा कि मैं एक पॉजिटिव इंसान हूं। पिछले साल भारतीय टीम को लीड करना है एक सपना पूरा करने जैसा ही था। T20 वर्ल्ड कप के लिए मैं यही कहूंगा। चयनकर्ता हमेशा टीम के लिए बेहतरीन खिलाड़ियों का चयन करते हैं। उनको लगा कि मुझसे बेहतर खिलाड़ी भी हैं। जो सही भी है। मैं चयनकर्ताओं के फैसले का सम्मान करता हूं।
हम किसी खेल के लिए चुने जाएं या न चुने जाएं, हमें चयनकर्ताओं के फैसले का सम्मान हर हाल में करना चाहिए। सेलेक्टर्स जो भी फैसला लेते हैं, मैं उसका सम्मान करूंगा।
शिखर धवन (Shikhar Dhawan) ने इस सिलसिले में आगे बात करते हुए कहा, जिंदगी में ऐसा बहुत कुछ ऐसा होता रहता है, जो हमें पसंद नहीं होता या हमारी इच्छा के अनुसार नहीं होता लेकिन हमें उसको स्वीकार करना पड़ता है। यही जिंदगी का नियम है हमारा नियंत्रण सिर्फ उन्हीं चीजों पर है जो हमारे हाथों में होती है। हम सिर्फ उन्हीं पर फोकस कर सकते हैं और खुद को बेहतर बना सकते हैं। खुद के प्रदर्शन को बेहतर बनाते हुए हमें उन अवसरों का फायदा उठाना चाहिए जो हमें लाभ प्रदान करते हैं और मेरा यही प्रयास जारी है।
इंडियन प्रीमियर लीग 2022 सीजन में शिखर धवन पंजाब किंग्स की तरफ से खेले हैं। शिखर धवन ने 13 मुकाबलों में लगभग 38 की औसत से कुल 421 रन बनाए। इस सीजन में उनके बल्ले से तीन अर्धशतक लगे। उनका स्ट्राइक रेट 122.74 रहा।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेले जाने वाले T20 श्रृंखला में भी शिखर धवन को टीम में शामिल नहीं किया गया जो यह दर्शाता है कि चयनकर्ता उनके स्थान पर बाकी खिलाड़ियों को T20 में ज्यादा अहमियत देते हैं जिसका मुख्य कारण हमेशा से ही शिखर धवन का स्ट्राइक रेट रहा है अनेक बल्लेबाज उनसे बेहतर स्ट्राइक रेट के साथ बल्लेबाजी करने में सक्षम है जिसके वजह से चयनकर्ता उन्हें T20 फॉर्मेट में नजरअंदाज करते हैं उनके स्थान पर टीम में लोकेश राहुल जैसे खिलाड़ियों को जगह दी जाती है।