आयरलैंड क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर केविन ओ’ ब्रायन लोकप्रिय आइरिश खिलाड़ियों में से एक है। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और गेंदबाजी के चलते ये काफी प्रसिद्ध रहे। इनके बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत आयरलैंड कई मैच जीतने में कामयाब रहा। हालांकि अब इस दिग्गज आइरिश क्रिकेटर (Kevin O’ Brien) ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने का फैसला किया है।
केविन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में अविश्वसनीय समर्थन के लिए अपने कोच, परिवार, वाइफ और आयरिश प्रशंसकों को खासतौर पर आभार जताया।
38 वर्षीय आइरिश क्रिकेटर केविन ओ’ब्रायन ने आज यानी 16 अगस्त 2022 को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संयास लेने की घोषणा की है. उन्होंने सोशल मीडिया के सबसे चर्चित प्लेटफॉर्म ट्विटर का सहारा लेकर फैंस को अपने इस कठिन फैसले से अवगत करवाया है. केविन (Kevin o’ Brien) ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,
“आज, मैं 16 साल और अपने देश के लिए 389 मैच खेलने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। मुझे ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में अपना करियर खत्म करने की उम्मीद थी, लेकिन पिछले साल के वर्ल्ड कप के बाद से आयरिश टीम के लिए मुझे नहीं चुना गया, मुझे लगता है कि चयनकर्ता और प्रबंधन मुझ में दिलचस्पी नहीं रखते हैं।”
पिछले साल खेला था आखिरी मैच
नामीबिया के खिलाफ 2021 के विश्व कप में आयरलैंड को अपमानजनक हार झेलनी पड़ी थी। संयोग से वह मुकाबला केविनओ ब्रायन का आखिरी इंटरनेशनल मैच साबित हुआ। केविन ओ ब्रायन के नाम पर इंटरनेशनल क्रिकेट में 3619 रन के अलावा 114 विकेट भी दर्ज हैं। वह टेस्ट में शतक जड़ने वाले आयरलैंड के इकलौते बल्लेबाज हैं।
भाई भी खेल चुके हैं इंटरनेशल क्रिकेट
केविन ओब्रायन के बड़े भाई नियाल ओ ब्रायन भी आयरलैंड के लिए क्रिकेट खेल चुके हैं। नियाल और केविन ने काफी समय तक साथ में क्रिकेट खेला। 38 साल के केविन ओ ब्रायन 1973 रनों के साथ टी-20 इंटरनेशनल में पॉल स्टर्लिंग के बाद आयरलैंड के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। साल 2019 में टी-20 इंटरनेशनल में केविन के बल्ले से 729 रन निकले थे।
इंटरनेशनल में सबसे तेज शतक लगाने वाले खिलाड़ी :
केविन के नाम वनडे इंटरनेशनल में दो शतक दर्ज हैं, जिनमें से एक शतक काफी यादगार है। साल 2011 के विश्व कप में केविन ने बेंगलुरु में इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ 63 गेंदों में 113 रन बनाकर आयरलैंड को 3 विकेट से जीत दिलाने का कार्य किया। इस दौरान केविन ओ ब्रायन ने महज 50 गेंदों में शतक जड़ दिया था, जो वर्ल्ड कप के इतिहास का सबसे तेज शतक है।