हैमस्ट्रिंग इंजरी से बार-बार खिलाड़ियों का चोटिल होना एक गंभीर चिंता का विषय, सुनील गावस्कर ने BCCI से किया यह सवाल

सुनील गावस्कर

भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा कि कोरोना होना या कोई फैक्चर होना यह अलग बातें हैं लेकिन भारतीय खिलाड़ी हैमस्ट्रिंग इंजरी का शिकार क्यों हो रहे हैं। एक विचारणीय विषय है बोर्ड को इसके बारे में सोचना चाहिए ।

क्या होती है हैमस्ट्रिंग इंजरी

हैमस्ट्रिंग इंजरी

हैमस्ट्रिंग इंजरी क्रिकेट के खेल में अब एक सामान्य शब्द बन गया है। हम लगातार खिलाड़ियों इस चीज को देखते आ रहे हैं। क्रिकेटर इस प्रकार का खेल है जिसमें फील्डिंग गेंदबाज़ी और बैटिंग इन सभी में दौड़ ज्यादा है।
इसलिए कई खिलाड़ियों के लगातार अपने शरीर पर जोर डालने की वजह से इस इंजरी का शिकार होना पड़ता है। अधिकतर क्रिकेटर इस इंजरी से परेशान रहते हैं। तेज गेंदबाजों में यह समस्या मुख्यतः देखने को मिलती है।


टेस्ट क्रिकेट में लंबे स्पेल करने की वजह से खिलाड़ियों के शरीर पर जोर पड़ने से कई खिलाड़ियों को इस चोट ने परेशान किया है। भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान अपने करियर के अंत में हैमस्ट्रिंग इंजरी से खासा परेशान रहे थे। आशीष नेहरा को भी इस इंजरी के कारण अपने करियर में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।


कैसे होती है यह हैमस्ट्रिंग इंजरी?

हैमस्ट्रिंग इंजरी

हैमस्ट्रिंग मांसपेशी हिप से लेकर घुटने तक जांघों के पीछे मौजूद मांसपेशी है, खिलाड़ियों के लगातार दौड़ते रहने से इस मांसपेशी में खासा दबाव महसूस होता है। हैमस्ट्रिंग इंजरी क्रिकेट के अलावा, फुटबॉल, रग्बी, टेनिस में भी काफी सामान्य है।

इन सभी खेलों में ज्यादा दौड़ होती है और अचानक से दौड़ते हुए अपनी दिशा को भी बदलना होता है इन वजहों से खिलाड़ियों के निचले हिस्से और पैर में काफी दबाव महसूस होता है। जिससे कभी-कभी खिलाड़ियों को जांघ के आस-पास के हिस्से में मांसपेशियों में खिंचाव के कारण काफी दर्द महसूस होने लगता है और साथ ही सूजन आ जाती है। जिसकी वजह से किसी भी खिलाड़ी को मैदान मे भागने पर काफी दिक्कत होती है और वह खेल में पूरी तरह से हिस्सा नहीं ले पाता है।

खेल के बाहर भी कई बार खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करते वक्त भी यह इंजरी हो सकती, जिम में व्यायाम करते वक्त या अपने खेल की प्रैक्टिस करत वक्त भी यह इंजरी हो सकती है। अगर किसी भी खिलाड़ी को इस इंजरी ने एकबार परेशान किया तो फिर उस खिलाड़ी के साथ हैमस्ट्रिंग इंजरी होने के बार-बार मौके रहते हैं। कई खिलाड़ियों को लंबे ब्रेक के बाद मैदान पर उतरना भी इस इंजरी का एक कारण बनता है।


कैसे ठीक होती है हैमस्ट्रिंग इंजरी?

हैमस्ट्रिंग इंजरी

इस इंजरी को ठीक करने का बेहतरीन इलाज है आराम करना। इसमें शरीर को पूरी तरह आराम देना चाहिए। डॉक्टर हैमस्ट्रिंग इंजरी का इलाज RICE फार्मूले के साथ करते हैं। इसका इलाज फिजियो थेरेपी के द्वारा भी किया जाता है। RICE (Rest, Ice, Compression & Elevation) थेरेपी पूरी तरह से शरीर को आराम देना, बर्फ से सिकाई करना और फिजियोथेरेपी की मदद से शरीर के उस हिस्से पर बेहतर ढंग से फिजिकल ट्रेनिंग के साथ खिलाड़ियों की इस इंजरी का इलाज किया जाता है। गंभीर हैमस्ट्रिंग इंजरी के दौरान खिलाड़ियों के लिए सर्जरी का विकल्प ही बचता है। हैमस्ट्रिंग इंजरी की रिकवरी चोट के ऊपर निर्भर करती है जितना अधिक चोट होती है उतना अधिक टाइम उसके ठीक होने में लगता है।

कुछ दिनों में भारतीय स्टार खिलाड़ी एक-एक करके चोटिल होकर मैदान से बाहर हो रहे हैं ऐसे में यह एक चिंता का विषय बन गया है क्योंकि ज्यादातर खिलाड़ी एक ही चोट का शिकार बन रहे हैं। ऐसे में यह एक विचारणीय विषय बन गया है। इस पर पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने सवाल उठाते हुए कहा है कि यह एक चिंता का विषय है जो भारतीय टीम के खिलाड़ियों के खराब फिटनेस का संकेत दे रही हैं।


भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड में मौजूद है जा रोहित शर्मा व जोस बटलर कप्तान के रूप में आमने-सामने है। इस T20 सीरीज में पहले मुकाबले में भारतीय टीम ने जीत दर्ज की है।
भारत इस सप्ताह की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में सात विकेट से हार गया था, लेकिन खेल के सबसे छोटे प्रारूप में टीम ने जीत हासिल की। भारत ने साउथेम्प्टन में पहले गेम में मेजबान टीम को 50 रनों से हरा दिया। कोविड 19 की वजह से बाहर हुए रोहित शर्मा ने अब भारतीय टीम की T20 सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ कप्तानी की बागडोर संभाल ली है।

हैमस्ट्रिंग इंजरी

टीम इंडिया के सीनियर खिलाड़ियों को चोट का सामना करना पड़ रहा है। दिसंबर में रोहित शर्मा को हैमस्ट्रिंग इंजरी हुई थी, जबकि दीपक चाहर भी चोट के कारण IPL से बाहर रहे। वहीं, केएल राहुल स्पोर्ट्स हर्निया का शिकार हैं। इससे पहले राहुल भी हैमस्ट्रिंग की समस्या से जूझ रहे थे। अब सुनील गावस्कर ने कहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी BCCIको ये पता लगाना चाहिए कि आपकी लगातार खिलाड़ी एक ही समस्या का शिकार क्यों हो रहे हैं।


सुनील गावस्कर ने कहा,

सुनील गावस्कर

“चोट कभी भी लग सकती है। आप दुनिया के सबसे फिट खिलाड़ी हो सकते हैं और चोटिल भी हो सकते हैं। यही खेल की प्रकृति है। आप 100 प्रतिशत निश्चित नहीं हो सकते। आदर्श रूप से, आप चाहते हैं कि वे हर बार भारत के लिए उपलब्ध हों। यदि आप कार्यभार को देखते हैं, तो आप उन्हें कुछ मैच नहीं खेलने के लिए कह सकते हैं, लेकिन जब आप अपने देश के लिए खेलना चाहते हैं, तो आप हर एक मैच खेलना चाहते हैं। यह सम्मान के बारे में है।”


गावस्कर ने स्पोर्ट्स टुडे से आगे कहा,

 

“रोहित शर्मा के मामले में यह कोरोना था और यह कभी भी हो सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड को एक बात पर गौर करना चाहिए कि खिलाड़ियों को हैमस्ट्रिंग की इतनी चोट क्यों लग रही हैं। गेंद को रोकने की कोशिश करते समय आपको टखने में चोट लग सकती है, या घुटने में चोट लग सकती है, लेकिन भारतीय खिलाड़ी हैमस्ट्रिंग की चोट से क्यों जूझ रहे हैं? यह ऐसी चीज है जिस पर बोर्ड को गौर करना है।”



हैमस्ट्रिंग की चोट एक खिलाड़ी में फिटनेस की समस्या का संकेत है। चूंकि BCCI ने फिटनेस के आधार पर चयन के लिए उच्च मानक स्थापित किए हैं। इसीलिए गावस्कर ने भारतीय खिलाड़ियों में हैमस्ट्रिंग की चोटों में वृद्धि पर ध्यान दिया। एक दो महीने में कोई न कोई खिलाड़ी इस समस्या से परेशान नजर आता ही है।



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