The Hundred League: क्रिकेट लीग ‘द हंड्रेड ‘ दूसरे संस्करण कि आज होगी शुरुआत,
आइए जानते हैं 100 गेंदों वाली लीग से जुड़े नियम
द हंड्रेड क्रिकेट लीग का दूसरा संस्करण 3 अगस्त से खेला जाएगा द हंड्रेड क्रिकेट लीग में एक ओवर 6 गेंदों के बजाय 5 गेंदों का होता है। इसमें एक गेंदबाज़ लगातार 2 ओवर एक साथ डाल सकता है। एक गेंदबाज़ 4 ओवर एक मैच में डाल सकता है।
क्रिकेट प्रशंसकों के लिए यह रोमांचक खबर है कि 100 गेंदों वाली द हंड्रेड लीग की पारी का आगाज आज बुधवार से हो रहा है। इसका पहला मुकाबला साउथर्न ब्रेव और वेल्श फायर के बीच भारतीय समयानुसार रात 11:30 से शुरू होगा। यह हंड्रेड लीग का दूसरा सीजन है।
क्रिकेट के इस नए फॉर्मेट को लागू करने का श्रेय इंग्लैंड को जाता है जिसे इसका जन्मदाता माना जाता है। सामान्यता क्रिकेट के 3 प्रारूपो इस क्रिकेट का प्रारूप बिल्कुल अलग है। आइए हम इस लीग से जुड़े नियमों की कुछ जानकारी हासिल करते हैं।
1.टूर्नामेंट में एक ओवर छह गेंदों का नहीं बल्कि 5 गेंदों का होगा और गेंदबाज लगातार दो ओवर भी एक साथ डाल सकता हैं। अंपायर सफेद कार्ड के जरिए इशारा करेगा कि गेंदबाज ने 5 गेंदें डाल दी है और अब अगले ओवर की अगली पांच गेंदें फेंकी जाएगी। हालांकि गेंदबाज को इसके लिए कप्तान से सहमति लेना भी आवश्यक है।
2. एक गेंदबाज सिर्फ 4 ओवर डाल सकता है. वह चार बार में पांच पांच गेंद या फिर दो बार में 10 10 गेंदें फेंके सकता है। एक मैच की दोनों पारियों में अलग अलग सफेद कूकाबूरा गेंदों का इस्तेताल किया जाएगा।
3. इस लीग में पावरप्ले 25 गेंदों का यानी 5 ओवर का होगा। इस दौरान सिर्फ दो खिलाड़ी भी 20 गज के घेरे से बाहर रहेंगे।
4. फील्डिंग कर रही टीम को 2 मिनट का स्ट्रेटजिक टाइमआउट लेने की भी इजाजत होगी। इसे कभी भी लिया जा सकेगा। नो बॉल होने पर एक रन की बजाय दो रन मिलेंगे। यहीं नहीं मैच का टॉस डीजे स्टैंड पर होगा।
5.कैच आउट होने के दौरान क्रीज बदलने पर भी पुराना बल्लेबाज स्ट्राइक नहीं ले सकेगा। स्ट्राइक पर नया बल्लेबाज ही आएगा।
6.इस लीग में स्लो ओवर रेट की समस्या को खत्म करने के लिए एक ऐसा नियम लाया गया है जिसपर काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। प्लेइंग कंडिशन के मुताबिक अगर टीमों का ओवर रेट धीमा रहा तो जुर्माने के तौर पर टीम को अपना एक अतिरिक्त खिलाड़ी 30 गज के घेरे के अंदर खड़ा करना होगा। अगर ऐसा हुआ तो बल्लेबाजी करने वाली टीम इसका काफी ज्यादा फायदा उठाएगी। एक अतिरिक्त खिलाड़ी 30 गज के अंदर होने से बल्लेबाज ज्यादा जोखिम ले पाएंगे और टीम बड़े स्कोर तक पहुंचेगी।
7. ग्रुप स्टेज में मैच टाई होने पर दोनों टीमों में एक-एक अंक बटेंगे। एलिमिनेटर और फाइनल मैच में पांच गेंदों का मुकाबला होगा। अगर ‘सुपर फाइव’ टाई हुआ तो एक और बार 5-5 गेंदों का मुकाबला होगा। ये मुकाबला भी टाई रहा तो ग्रुप स्टेज में टॉप पर रहने वाली टीम को विजेता घोषित किया जाएगा।
8. इस लीग में टीमें सिर्फ तीन ही विदेशी खिलाड़ी अपनी अंतिम एकादश में शामिल कर सकती है। इसका टीवी पर लाइव प्रसारण नहीं होता है।