BCCI के द्वारा जारी किए गए नए नियम के अनुसार अब हर टीम में 11 की बजाय 15 खिलाड़ी होंगे और मैच के दौरान ही खिलाड़ियों को बदलने की अनुमति भी होगी। फुटबॉल, हॉकी और कबड्डी
आदि खेलों में मौजूद यह नियम अब क्रिकेट के मैदान में भी लागू होगा।
क्रिकेट खेल को और अधिक लोकप्रिय है और रोमांचक बनाए रखने के लिए ICC और देशों के क्रिकेट बोर्ड, क्रिकेट नियमों में नए-नए सुधार तथा नई नई प्रक्रियाओं को लागू करने का प्रयास करती रहती है। इसी पहल के तहत BCCI एक नया नियम लागू करने की तैयारी कर रहा है। इस नियम के अनुसार हर मैच में दोनों टीमों के कप्तान को अब 11 की बजाय 15 खिलाड़ियों का नाम मैच के लिए देना होगा। इस नियम के बारे में बात करें तो इस नियम को जो नाम दिया गया वह है ‘इम्पैक्ट प्लेयर’।
सबसे पहले इस नियम को बहुत के घरेलू मैचों में लागू करने की योजना है। घरेलू मैचों में इसके नतीजों और इसका क्या प्रभाव रहता है इस पर मंथन किया जाएगा। इस से खेल के स्तर में क्या बदलाव आता है यह जानने की कोशिश की जाएगी। अगर सब कुछ खेल के अनुकूल रहता है तो इसको IPL में भी लागू किया जा सकता है और भविष्य में ICC अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी इसे मंजूरी मिल सकती है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की शुरुआत 11 अक्तूबर से होने जा रही है ऐसा संभव है कि इस टूर्नामेंट से ही इस नियम को पहली बार लागू कर दिया जाए।
ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग BBL में पहले ही ऐसा नियम है। वहां इसे एक्स फैक्टर के नाम से जाना जाता है।इस नियम के अनुसार 13 खिलाड़ी हर टीम में होते हैं और जरूरत के हिसाब से कोच और कप्तान किसी एक खिलाड़ी को पहली पारी के 10वें ओवर से पहले बदल सकते हैं। हालांकि, उसी खिलाड़ी की जगह नया खिलाड़ी आ सकता है, जिसने बल्लेबाजी नहीं की हो और एक ओवर से ज्यादा गेंदबाजी नहीं की हो।
BCCI का सर्कुलर जारी हुआ
BCCI के द्वारा सभी राज्यों के क्रिकेट बोर्ड को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें इस नियम से जुड़ी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि टी-20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कुछ नया लागू करने की योजना बनाई जा रही है। इससे यह फॉर्मेट और भी रोमांचक बन सकता हैं।
जाने ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम..?
इस नियम के अनुसार दोनों टीमों के कप्तान टॉस के समय 11 खिलाड़ी निर्धारित करेंगे और उसी समय कप्तान को 4 खिलाड़ी विकल्प के रूप में भी बताने होंगे। इन 4 खिलाड़ियों में से किसी एक खिलाड़ी को मैच के दौरान इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में किसी भी खिलाड़ी की जगह टीम में शामिल किया जा सकेगा। ऐसे में जिस खिलाड़ी को सब्सटीट्यूट किया जाएगा, वह मैच से बाहर होगा, जबकि बाकी का मैच इम्पैक्ट प्लेयर खेलेगा। मैच के दौरान फील्डिंग भी वही खिलाड़ी करेगा। कप्तान या टीम मैनेजमेंट को इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल करने से पहले अंपायर को सूचना देनी होगी।
अगर टीम इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में किसी गेंदबाज को शामिल करती है तो उसे पूरे 4 ओवर करने की छूट होगी। इस बात से फर्क नहीं पड़ेगा कि उसने कितने ओवर किए थे। दोनों टीमें पारी के 14वें ओवर से पहले इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल कर सकेंगी।