रणजी ट्रॉफी के बड़े मैच के दौरान यशस्वी जयसवाल ने अपने खेल के स्तर में बड़ा परिवर्तन किया। क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ 103 रन की पारी खेलने वाले इस खिलाड़ी ने सेमीफाइनल में यूपी के विरुद्ध दोनों पारी मे शतक लगाया था।
3 रणजी मुकाबलों में 497 रन की धुआंधार पारी खेलते हुए यशस्वी ने टीम इंडिया के लिए अपनी दावेदारी ठोक दी है। मुंबई के उभरते बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने रणजी ट्राफी में काफी धमाल मचाया हुआ है। भारतीय घरेलू क्रिकेट के इस उभरते सितारे ने इतना शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिश की है। रणजी ट्राफी नाक आउट मुकाबले में इस 20 साल के बल्लेबाज ने लगातार तीसरे मैच में भी दमदार बल्लेबाजी की। बुधवार 22 जून से मध्य प्रदेश के खिलाफ शुरू हुई रणजी ट्राफी फाइनल में टास जीतकर मुंबई ने पहले बल्लेबाजी चुनी। पहले दिन यशस्वी ने अर्धशतक के साथ टीम को एक मजबूत स्तर तक पहुंचाया।
अपने बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रहे बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल ने क्वार्टर फाइनल सेमीफाइनल के बाद अब फाइनल मुकाबले में भी अपना अर्धशतक लगाया। टीम के कप्तान पृथ्वी शाह के साथ मिलकर यशस्वी जयसवाल ने पारी की अच्छी शुरुआत की। दोनों ने पहले विकेट के लिए 87 रन जोड़े। कप्तान 47 रन की पारी खेलकर आउट हुए। इसके बाद अरमान जारफ और सुवेद पारकर भी जल्दी अपना विकेट गंवा बैठे। यशस्वी ने एक छोर को थामे रखा और स्कोर को आगे बढ़ाया।
क्वार्टर फाइनल में उत्तराखंड के खिलाफ 103 रनों की पारी खेलने के बाद यशस्वी जयसवाल ने यूपी के विरुद्ध दोनों पारी में शतक जमाया था। पहली में 100 जबकि दूसरी पारी में यशस्वी ने 181 रन बनाकर टीम के फाइनल की टिकट पक्की की थी। अब फाइनल जैसे महामुकाबले में मुंबई के लिए यशस्वी ने पहली पारी में 78 रन की पारी खेली। 163 गेंद पर 7 चौके और 1 छक्के की मदद से यशस्वी ने 78 रन बनाए।
अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत यशस्वी जयसवाल टीम इंडिया के लिए अपनी दावेदारी को बराबर बनाए हुए हैं। उन्होंने घरेलू क्रिकेट में ही नहीं इंडियन प्रीमियर लीग में भी रन बनाए हैं। इस सीजन में रणजी ट्राफी में यशस्वी ने महज तीन ही मुकाबले में खेला है और 99 की बेमिसाल औसत से 497 रन बनाए हैं। इसमें यूपी के खिलाफ सेमीफाइनल में दूसरी पारी में खेली गई 181 रन की पारी भी शामिल रही। उनके खाते में 3 अर्ध शतक और 1 शतक है।